-सुशील चौहान
उत्तराखण्ड : जनपद ऊधम सिंह नगर की कोतवाली जसपुर अंतर्गत गांव खेड़ा लक्ष्मी पुर के दो युवकों शाहरुख पुत्र फिरासत हुसैन व वकील अहमद पुत्र शौकत हुसैन पर आबादी क्षेत्र में 3 अक्टूबर 2025 को रात करीब 11:00 बजे गुलदार ने उस समय हमला कर दिया था,जब वे मोटरसाइकिल से ठाकुरद्वारा से आ रहे थे । गुलदार के हमले में दोनों युवा गंभीर रूप से घायल हो गए थे । लेकिन कि मोटरसाइकिल चालक अरशद पुत्र फिरासत हुसैन गुलदार के हमले से किसी तरह बच गया था । गांव वासियों ने घायल युवकों को तत्काल उपचार हेतु जसपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया था। लेकिन वन विभाग ने घटना को को बेहद हल्के में लिया । वन विभाग की टीम को तत्काल मौके पर पहुंचकर पटना स्थल का जायजा लेना चाहिए था और तत्काल आवश्यक कार्यवाही करनी चाहिए थी । वन विभाग की टीम को रात को ही अस्पताल पहुंचकर गुलदार के हमले में घायल हुए युवकों की हालत देखनी चाहिए थी तथा उनके परिजनों से बात करनी चाहिए थी । लेकिन अगले दिन 4 अक्टूबर को भी समाचार लिखने तक वन विभाग की टीम घटनास्थल का जायजा लेने के लिए ओके पर नहीं पहुंची । पर ग्राम प्रधान नईम अहमद ने चिंता जताते हुए कहा कि वे इस सबंध में वन विभाग के अधिकारियों से बात करेंगे और गुलदार के हमले के पीड़ितों को आवश्यक सहायता दिलाएंगे । उन्होंने कहा कि वन विभाग इस घटना को हल्के में ले रहा है । जबकि गुलदार के हमले की इस घटना से खेड़ा लक्ष्मी पुर व आसपास के अन्य गांवों में दहशत व्याप्त है । उन्होंने वन विभाग से मांग की कि घटनास्थल के पास पिंजरा लगाकर गुलदार को पड़कर जंगल (वन) में छोड़ा जाए, ताकि गांव वासी गुलदार की दहशत से मुक्ति प्राप्त कर सकें । उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने भी गुलदर के हमले में घायल हुए युवकों को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई । जबकि की वन विभाग की टीम के पहुंचने तक उन्हें अस्पताल में ही कर उपचार दिया जाने चाहिए था ।