उत्तराखण्ड: नादेही चीनी मिल के गन्ना पेराई सत्र का शुभांरभ अव्यवस्था के कारण हंगामे की भेंट चढ़ गया । अतिथियों का स्वागत पर स्वागत किये जाने एवं किसानों को अनदेखा किये जाने पर भाकियू कार्यकर्ता भड़क गए और स्वागत स्थल पर ही धरने पर बैठ गए । जीएम ने अतिथियों के स्वागत को परंपरा बताते हुए भाकियू कार्यकर्ताओं का भी सम्मान किया जाने व 8000 कुंतल गन्ना आ जाने पर चीनी मिल को चालू किए जाने का आश्वासन दिये जाने पर भाकियू कार्यकर्ताओं ने अपना धरना समाप्त किया।
12 नवंबर 2025 को जनपद ऊधम सिंह नगर के प्रमुख क्षेत्र की नादेही चीनी मिल के पेराई सत्र 2025- 2026 का शुभारंभ पूजा-र्चना के साथ किया गया ।
पूजा अर्चना के बाद बतौर मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायक आदेश सिंह चौहान ने चीनी मिल के तौल कांटे पर सबसे पहले अपनी बैलगाड़ी लेकर पहुंचे किसान व उसके बैलों का
स्वागत कर फीता काटकर गन्ने की तौल का शुभारंभ किया । उसके बाद चीनी मिल की चेन में गन्ना डालकर चीनी मिल की गन्ना पेराई का शुभारंभ किया ।
उसके बाद मिष्ठान वितरण किया गया । किसानों की शिकायत थी कि मिठाई कम पड़ गई । जिसके कारण कुछ किसान मिठाई से वंचित रह गए । जिससे किसानों में रोष देखा गया। मिष्ठान वितरण के बाद अतिथियों के स्वागत के कार्यक्रम का आयोजन किया गया । जिसमें चीनी मिल प्रशासन द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया ।
लेकिन अतिथियों की संख्या अधिक होने के कारण स्वागत पर स्वागत होने के कारण स्वागत कार्यक्रम लंबा खिंच गया । इस पर भाकियू ब्लॉक अध्यक्ष जागीर सिंह, युवा भाकियू ब्लॉक अध्यक्ष अमनप्रीत, दर्शन सिंह देओल, शीतल सिंह, दीदार सिंह, जसवीर सिंह, बलजिंदर सिंह, अनिलांश त्यागी, धर्मेंद्र सिंह आदि भाकियू कार्यकर्ता भड़क गए और उन्होंने मिल प्रशासन के ख़िलाफ़ नारेबाजी करनी शुरू कर दी और उन्होंने जम कर नारेबाजी की ।
उनका आरोप था कि अतिथियों का स्वागत पर स्वागत किया जा रहा है और किसानों को अनदेखा किया जा रहा है । मिल प्रशासन का किसानों की और की ओर कोई ध्यान नहीं है। किसानों के बैठने और उनके पीने के लिए पानी की उचित व पर्याप्त व्यवस्था नहीं की गई । उनका कहना था कि चीनी मिल के पेराई सत्र के शुभारंभ के तुरंत बाद गन्ने की पेराई शुरू होनी चाहिए । लेकिन मिल प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं। मिल प्रशासन केवल अतिथियों के स्वागत में व्यस्त है । अव्यवस्था को लेकर भाकियू कार्यकर्ताओं के भड़कने और नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठने पर मिल प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए । मिल के जीएम सारी व्यवस्था को भूलकर तुरंत धरने पर बैठे भड़के भाकियू कार्यकर्ताओं के पास पहुंचे और उन्होंने भड़के भाकियू कार्यकर्ताओं को समझाते हुए कहा कि अतिथियों का स्वागत करना मिल की पुरानी परंपरा है । इस परंपरा को निभाना पड़ता है । भाकियू कार्यकर्ताओं का भी सम्मान किया जायेगा । वे नाराज न हों । उन्होंने गिड़गिड़ाते हुए उनसे धरना समाप्त करने का अनुरोध किया ।
जिसके दौरान वहां भी हंगामा हुआ । जीएम अपना पक्ष रखते हुए कहा कि इतने बड़े कार्य्रक्रम में कहीं न कहीं चूक हो ही जाती है । आगे ध्यान रखा जाएगा ।
कहकर उन्होंने व्यवस्था को लेकर नाराज हुए विधायक व भाकियू कार्यकर्ताओं को शांत किया । उसके बाद मिल के कुछ अधिकारियों व कर्मचारियों ने मक्खन लगाते हुए उन्हें जलपान कराया । 