कॉलम: पुरानी कहावत 

-सुशील चौहान 
पुरानी कहावत:
व्यवहारिक जीवन की पुरानी कहावत (कथन) है कि जब कोई इंसान किसी कार्य से घर से बाहर जाता है और जब वह कार्य में निष्फल (नाकाम) हो जाने पर खाली लौट आता है तब वह यही कहता है कि “कहां गए कहीं नहीं, क्या लाये कुछ नहीं” ।