जसपुर के गांव राजपुर की फैक्ट्री से फैल रहा है प्रदूषण,भाकियू कार्यकर्ताओं व आसपास के गांवों के लोगों ने‌ प्रदूषण के खिलाफ फैक्ट्री के गेट पर किया प्रदर्शन, जमकर की नारे बाजी, पूर्व में की गई शिकायत पर संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई न करने का आरोप, प्रदूषण बंद न होने व्यापक आंदोलन की चेतावनी

-सुशील चौहान 
उत्तराखण्ड: जनपद ऊधम सिंह नगर के जसपुर क्षेत्र अंतर्गत जसपुर-नादेही चीनी मिल रोड स्थित गांव राजपुर के पास फीका नदी के किनारे स्थित प्राइवेट सेक्टर की नेक्टा फ्रेश फैक्ट्री से निकलने वाले दूषित जल, फैक्ट्री के सामने सड़क के किनारे फैक्ट्री की राख व फैक्ट्री की चिमनी से निकलने वाले धुएं से फैल रहे पदूषण को लेकर आज दिनांक 1 /05/ 2025 को भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं व आसपास के लोगों का का धैर्य जवाब दे गया और उनका गुस्सा फूट पड़ा । आक्रोशित भाकियू कार्यकर्ताओं व आसपास के गांवों के लोगों ने फैक्ट्री के गेट पर प्रदर्शन किया और जम कर नारेबाजी की । उन्होंने कहा कि फैक्ट्री के पास के गांव राजपुर, जसपुर, सीमावर्ती गांव हर किशनपुर , रेहड़ बिजनौर, उत्तर प्रदेश गांव जाफराबाद रेहड़, बिजनौर उत्तर प्रदेश के ग्रामीणों द्वारा फैक्ट्री के प्रबंधन पर आरोप लगाया कि उक्त फैक्ट्री के दूषित जल को बेरोकटोक पास से बहनेवाली फीका नदी में डाला जा रहा है । जिससे बीमारियां फैल रही हैं । इसके अलावा फैक्ट्री के सामने जसपुर-नादेही रोड पर बड़े-बड़े ट्रक खड़े रहते हैं जिसके कारण हर समय दुर्घटना होने की  संभावना बनी रहती है और कई दुर्घटनाएं हो भी चुकी हैं । उन्होंने कहा कि फैक्ट्री से निकलने वाली राख को फैक्ट्री के सामने सड़क के किनारे डाला जा रहा है । जो हवा से उड़ कर राहगीरों की आंखों में पड़ती है । जिससे लोगों की आंखें खराब हो रही हैं । मिल की चिमनी से निकलने वाले धुएं से वायु प्रदूषण हो रहा है । जिससे आसपास के गांवों के लोगों का जीवन प्रभावित हो रहा है । जिससे लोग अत्यधिक परेशान हैं और उनका जीना दुश्वार हो रहा है । उन्होंने कहा कि उनके द्वारा कई बार संबंधित विभागों में अधिकारियों से इस फैक्ट्री से होने वाले प्रदूषण की शिकायत की गई व मुख्यमंत्री शिकायत पोर्टल पर भी डाला गया। लेकिन आज तक उनकी शिकायत पर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई । जिसके कारण आज उन्हें मजबूर होकर सांकेतिक आंदोलन करने के लिए बाध्य होना पड़ा । उन्होंने चेतावनी दी कि यदि समय रहते फैक्ट्री से फैलने वाले प्रदूषण से निजात न मिली तो वे व्यापक आंदोलन करने के लिए बाध्य हो जाएंगे । मिल प्रबंधन ने आंदोलनकारियों से वार्ता की । जिसके दौरान फैक्ट्री के  टेक्नोलॉजिस्ट नरेंद्र सिंह न कहां की फैक्ट्री का दूषित जल रीसाइक्लिंग किया जाता है यदि जल फीका नदी में जा रहा है तो उसको बंद कर दिया जाएगा एवं इंडस्ट्री के मुख्य गेट पर खड़े रहने वाले ट्रैकों को आज से ही वहां से ही हटा दिया जाएगा और भविष्य में रोड को क्लियर रखा जाएगा ।  इस मौके पर आंदोलन का नेतृत्व करने वाले युवा भारती किसान यूनियन के ब्लॉक अध्यक्ष अमनप्रीत सिंह, नीलांश त्यागी, राजकुमार सैनी, निपेंद्र चौधरी, अमजद अली, धर्मेंद्र शर्मा, राहुल , धर्मवीर सिंह ,मनीष कुमार, सुखदीप सिंह ,धर्मेंद्र सिंह मौजूद रहे।