हिंदी दिवस 

-सुशील चौहान 
हिंदी दिवस की
शुभकामनाएं,
हिंदी हमारी मातृ भाषा
रखो इसको संजोय,
हम पाछे पछताएंगे
हिंदी को खोय,
हम नहीं जाग रहे
हम रहे हैं सोए ,
अभी समय है जागने का
कुछ नहीं होगा बाद में रोए ।।