-सुशील चौहान
उत्तराखण्ड: गणेश जी की मूर्ति विसर्जित करते समय जसपुर के दो सगे भाइयों की रामगंगा नदी में डूब कर दर्दनाक मौत हो गई। दोनों भाईयों के शव काफी तलाश के बाद तीसरे दिन मिल पाए । एक साथ दोनों भाईयों की मौत होने से न केवल उनके परिवार में कोहराम मचा हुआ है, बल्कि पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है ।
जनपद ऊधम सिंह नगर के नगर
जसपुर के मोहल्ला नत्था सिंह निवासी दो सगे भाई धर्मेंद्र सिंह (35 वर्ष)
व विजेंद्र सिंह (32 वर्ष)
पुत्र गण करन सिंह कश्यप 2 सितंबर 2025 को रामगंगा नदी के भूतपुरी, बिजनौर, उत्तर प्रदेश के घाट पर गणेश जी की प्रतिमा विसर्जन में भाग ले रहे थे,जिसके दौरान दोनों भाई डूब गए और पानी की तेज बहाव में बह गए । जिससे उनकी मौत हो गई । इस हृदय विदारक घटना से उनके परिवार में कोहराम मच गया । परिजनों का रोते-रोते बुरा हाल है । इस हृदय विदारक घटना से परिवार में ही कोहराम नहीं मचा, बल्कि जसपुर नगर व ग्रामीण क्षेत्र में भी शोक की लहर दौड़ गई । दोनों भाइयों की मौत के बाद 4 सितंबर 2025 को काफी तलाश किए जाने के बाद उनके शव मिल पाए । अफजलगढ़ बिजनौर उत्तर प्रदेश पुलिस ने दोनों भाइयों के शवों का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए बिजनौर भेजा । पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने दोनों भाईयों के शवों को उनके परिजनों को सौंप दिया। रात्रि करीब 8:00 बजे वाहन दोनों भाईयों के शव लेकर जसपुर के मोहल्ला नत्था सिंह स्थित के घर पर पहुंचा । दोनों भाइयों के शव पहुंचते ही कोहराम मच गया। लोग भारी संख्या में घंटों से दोनों भाइयों के शव पहुंचने की इंतजार कर रहे थे ।
दोनों भाईयों के शव पहुंचते ही परिजन, सगे संबंधी व शोक संवेदना व्यक्त करने वाले लोग फूट-फूट कर रोने लगे। क्षत-विक्षत होने के कारण दोनों भाईयों के शवों को वाहन से नीचे नहीं उतारा गया और वाहन में ही दोनों शवों पर कफन डाला गया । रास्ते से ही दोनों शवों को बिना अरथी के शमशान ले जाया गया । कुल मिलाकर दोनों भाइयों के शवों को कंधे नहीं मिल पाए और दोनों भाईयों की चिताएं एक साथ जलीं। इसे विधि का विधान ही कहा जाएगा । पूर्व विधायक डॉक्टर शैलेंद्र मोहन सिंघल व भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य खड़क सिंह चौहान ने मृतकों के घर पर पहुंच कर उनकी मौत पर गहरा अशोक व्यक्त किया । इसके अलावा पूर्व सांसद प्रतिनिधि शीतल जोशी, भाजपा नेता डॉक्टर एमपी सिंह, डॉक्टर सुदेश चौहान,अशोक खन्ना, पालिका अध्यक्ष नौशाद सम्राट, क्षेत्रीय विधायक आदेश सिंह चौहान आदि गणमान्य लोगों ने भी एक साथ हुई दोनों भाईयों की मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया ।



बताया गया कि मृतक धर्मेंद्र के दो बच्चे एक पुत्र व एक पुत्री तथा मृतक विजेंद्र के तीन बच्चे दो पुत्र एक पुत्री हैं। जो अभी छोटे-छोटे हैं । मृतकों के माता-पिता बीमार रहते हैं। दोनों भाइयों के कंधों पर ही परिवार का बोझ था । दोनों भाई मेहनत मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण करते थे ।
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